बहरैन में एक बार फिर आले ख़लीफ़ा शासन ने सबसे बड़ी नमाज़े जुमा के आयोजन को रोक दिया। अल-आलम टीवी चैनल की रिपोर्ट के मुताबिक़, शुक्रवार को बहरैनी सुरक्षा बलों ने लगातार चौथे हफ़्ते इमाम सादिक़ मस्जिद में नमाज़े जुमा का आयोजन रोक दिया।आले ख़लीफ़ा शासन के इस फ़ैसले के विरोध में राजधानी मनामा के पश्चिम में लोगों ने बड़ी संख्या में इकट्ठा होकर प्रदर्शन किया। बहरैनी नागरिकों ने आले ख़लीफ़ा शासन के इस फ़ैसले की निंदा करते हुए उसके ख़िलाफ़ नारे लगाए। प्रदर्शनकारी नमाज़ी हाथों में अपने धार्मिक नेता आयतुल्लाह शेख़ ईसा क़ासिम की तस्वीरें हाथों में उठाए हुए थे।
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