लंदन।ब्रिटेन में हिजाब पहनने वाली मुस्लिम महिलाओं को नियमित तौर पर नौकरी पर रखे जाने को लेकर या कार्यस्थल पर नजरंदाज किये जाने का सामना करना पड़ता है. श्वेत ईसाई महिलाओं की तुलना में इस समुदाय की 71 प्रतिशत महिलाओं के बेरोजगार रहने की अधिक संभावना रहती है.द हाउस आफ कामंस की ‘वुमन एंड इक्वैलिटीज कमेटी’की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि ब्रिटिश समाज में मुस्लिम महिलाएं सबसे अधिक वंचित समूह हैं और असमानताओं से निपटने के लिए वर्ष के अंत से पहले सरकार की एक नयी योजना की जरूरत है.समिति ने कहा कि ब्रिटेन में कई मुस्लिम महिलाओं को अपनी नौकरी की संभावनाओं पर ”तिहरी मार” झेलनी पड़ती है जिसमें महिला होना, एक जातीय अल्पसंख्यक होना और एक मुस्लिम होना शामिल है.‘ब्रिटेन में मुस्लिमों के लिये रोजगार अवसर’ शीर्षक रिपोर्ट में कहा गया, ”मुस्लिम महिलाओं पर मुस्लिमों के प्रति पूर्वाग्रह के प्रभाव को कम करके नहीं आंका जाना चाहिए. ईसाई श्वेत महिलाओं कीतुलना में उनके बेरोजगार रहने की संभावना 71 प्रतिशत अधिक है, चाहे उनकी शैक्षिक योग्यता और भाषाई कौशल एक जैसा हो.’
No comments:
Post a Comment