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Tuesday, 2 August 2016

ईसाई अपना धर्म छोड़े, इसा मसि थे अल्लाह के गुलाम:isis

आतंकी संगठन isis का इक के बाद इक नया फरमान जारी हो जाता है,कभी निर्दोष को मौत के घाट उतारता हुआ वीडियो,तो कभी खुदको जेहाद के नाम से जोड़कर गैर मुस्लिमो पर करते ज़ुल्म,आखिर क्या है इनका मकसद आये बताते है इन्ही की ज़ुबानी,दुनिया के सबसे खूंखार आतंकी संगठन आईएसआईएस ने अपनी मैगजीन दाबिक का नया अंक जारी किया है। इसमेंउसने जीसस को अल्लाह का गुलाम बताया है और ईसाइयोंको धमकाते हुए कहा है कि वे अपना धर्म छोड़ दें। मैगजीन में आतंकी संगठन ने यह दावा भी किया है कि वह पूरी तरह इस्लामिक है और उसने यह बताने की कोशिश की है कि इस्लाम एक शांतिप्रिय धर्म नहीं है।एनबीटी की एक खबर के मुताबिक, 'ब्रेक द क्रॉस' नाम से जारी दाबिक के पंद्रहवें संस्करण में आईएसआईएसने इस बात के कई कारण गिनाएं हैं कि क्यों वह विदेशियों से नफरत करता है और उनकी हत्याएं करता है। बतौर एक कारण उसने कहा, 'हम तुमसे नफरते करते हैं, इसका सबसे पहला और प्रमुख कारण यह है कि तुम लोग काफिर हो। तुम अल्लाह को खारिज करते हो।' अन्य कारणों के तौर पर उसने 'इस्लाम के खिलाफ अपराध', 'मुसलमानों के खिलाफ अपराध' और 'हमारी जमीन पर आक्रमण' की बात कही है।मैगजीन में कहा गया, 'जब तक जमीन की एक भी इंच हमारे कब्जे से बाहर है, हर मुसलमान के लिए जिहाद निजी दायित्व के तौर पर जारी रहेगा।' दाबिक के इस संस्करण में ज्यादा जोर इस बात पर दिया गया है कि जीसस, अल्लाह के गुलाम थे और उनको कभी भी सूली पर नहीं चढ़ाया गया था।इस मैगजीन की शुरुआत में ही आईएसआईएस ने हाल में हुए सभी आतंकी हमलों की जिम्मेदारी ली है। इन हमलों में जर्मनी के विर्त्सबू , फ्रांस के नीस और अमेरिका के ऑरलैंडों में हुए हमले शामिल हैं। आईएसआईएस ने कहा कि इन हमलों को 'खलीफा के छुपे हुए सैनिकों ने अंजाम दिया था।'

माँ का दर्द:मेरे बच्चों को लापरवाही ने मार डाला।

हाल ही में इक अजीब और गरीब खबर सामने आई है जिससे लोग दहशत में है,
एक परिवार के स्कूल जाने वाले दो मासूम  बच्चे सुबह अपने  बिस्तर पर मृत पाये गये। उनकी मृत्यु के संभव कारणों की जाँच-पड़ताल करते हुए उनके खाने-पीने की पूछताछ की गयी तो बच्चों की माँ ने बताया कि बच्चों ने बाहर की कोई चीज़ नहीं खायी थी। लेकिन रात को सोते समय रोज़ाना की तरह उनको एक गिलास दूध जरूर पिलाया गया था। जब फ्रिज में रखे हुए दूध के भगौने की जाँच की गयी तो उसके तले में ३-४ इंच का एक साँप का बच्चा मरा हुआ पड़ा मिला। वह फ्रिज में कैसे पहुँचा और दूध के कटोरे में कैसे गिर गया. परिवार ने याद करके बताया कि वे  सब्जी मंडी से पालक लाये थे और उस गड्डी को बगैर खोले बगैर देखे  फ्रिज में रखा था ।  हो सकता है उसी पालक की गड्डी में से निकलकर वह  साँप का छोटा सा बच्चा दूध के भगौने में गिर गया होगा। बेशक बच्चों की मौत का कारण  तो स्पष्ट हो गया लेकिन परिवार ने अपने दो नौनिहाल  बच्चे खो दिये।
लेखक----मोहम्मद ज़ाहिद


मोदी को जाना है अमेरिका,ट्रम्प को हटाकर बनना चाहते है राष्ट्रपति:आज़म खान

बीजेपी के कार्यकाल में वक़्त बे वक़्त कुछ ना कुछ घटता रहता है और हर कोई इसपर तंज कसने से परहीज़ भी नहीं करता,अगैंट्स पार्टी कोई ऐसा मौका नहीं छोड़ना चाहते है जिससे बीजेपी की किरकिरी न हो।पीएम नरेन्द्र मोदी की अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा से बार-बार मुलाकात करने पर शहरी विकास मंत्री मोहम्मद आज़म खान ने तंज कसते हुए कहा कि शायद वह अमेरिका में अगले राष्ट्रपति का चुनाव लड़ने का तानाबाना बुन रहे हैं।आजम ने अपने आवास पर देर रात संवाददाताओं से कहा कि हो सकता है कि आठवीं बार वहां के राष्ट्रपति से मिलकर मोदी जी अमेरिका की नागरिकता लेने का तानाबाना बुन रहे हों ताकि वहीं अगले राष्ट्रपति का चुनाव लड़ सकें।उन्होंने कहा कि बार बार अमेरिका जाना और ओबामा सेमिलने के पीछे का प्रधानमन्त्री का एजेंडा सामने आना चाहिए। देशवासियों को भी उनकी यात्राओं के मकसद के बारे में जानकारी होना चाहिए। नगर विकास मंत्री ने राज्यपाल द्वारा उनको गृह मंत्री से सुरक्षा दिलाये जाने सम्बंधित बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि राज्यपाल को संघ ने जो मिशन सौंपा है उसी पर रहें, हमारी सुरक्षा की चिन्ता वह कतई न करें।

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मेरा हर लफ्ज़ सबका दिल छु गया,हम वाकई में सच्चे देशभक्त मुस्लिम है:खिर्ज खान

अमेरिका में चुनाव सर पर है और इस वजह से वहा ज़बानी जंग तेज़ हो चुकी है,ट्रम्प इस चुनाव में सबसे आगे चल रहे है,और बार बार सुर्ख़ियो में आने के लिए ट्रम्प मुस्लिम समुदाय के लोगो पर निशाना साधते नज़र आते है जिससे मुस्लिम लोगो में आक्रोश बढ़ता जा रहा है,अमरीकी मुस्लिम सैनिक हुमायूं ख़ान के माता-पिता का रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवार डॉनल्ड ट्रंप पर दिया गया भाषण इन दिनों चर्चा में है. हुमायूं खान के पिता ख़िज्र ख़ान ने ट्रंप की ओर से बार-बार मुसलमानों को निशाना बनाए जाने की निंदा करते हुए कहा कि ट्रंप ने कोई कुर्बानी नहीं दी है. डेमोक्रेटिक पार्टी के राष्ट्रीय सम्मेलन में उन्होंने ट्रंप पर निशाना साधते हुए सवाल किया था कि क्या ट्रंप ने अमरीका का संविधान पढ़ा है, जो बराबरी का हक़ देता है.बीबीसी के बातचीत के दौरान खिज्र खान ने कहा कि  हममुसलमान हैं. प्रवासी हैं. इन्होंने मुसलमानों पर हमला शुरू किया. उस वक्त ख़्याल आया कि हम तो इस स्थिति में हैं कि ये कह सकें कि हम देशभक्त मुस्लिम हैं, हम वाक़ई देशभक्त मुस्लिम हैं. इस वजह से उस वक़्त जो अल्फ़ाज़ मुंह से निकले वो लोगों के दिलों को छू गए.

क्या हिन्दू धर्म में दहेज़ लेना पाप है जानिए यहाँ।

हिन्दू धर्म की पुस्तकों में विवाह सम्बन्धी अलग-अलग मत है पिफर भी किसी मत के अनुसार भी दहेज की मान्यता का पता नही चलता, कि किस प्रकार हमारी संस्कृति मं दहेज का चलन प्रारम्भ हो गया? हिन्दु धर्म शास्त्रो में विवाह के अवसर परकन्यादान को ही महान दान बतायागया है, जिस तरह आधुनिक संस्कृति में शादी विवाह में दहेज का चलन शुरू हुआ इसका पता लगाना बडा मुशकिल है लेकिन यह सापफ तोर पर कहा जा सकता है कि दहेज की प्रथा स्वार्थी लोगों की ही देन रही होगी। बहुत से लोग इन्सानियत के धर्मको ही सर्वोसारी मानते है, जरा ठंडे मन से प्रत्येक मनुष्य विचार करके देखे कि क्या लडकी पक्ष से दहेज लेना लड की वालो पर जुल्म नही है। फैसला स्वयं करें क्योकि कुछ ही लोग होगें जिनकी लड कियां नही होती, लड कियां तो सभी के यहां होती है दहेज रूपी पफाँसी का यह पफंदा इन्सान ने अपने लिए स्वयं तैयार किया, किसी और ने नही। अगर हम विश्व विखयात महा)षि मनु की अमर कृति मनुस्मर्ति में हिन्दू रीती रिवाज़ में विवाह के प्रकार का अवलोकन करते है तो ज्ञान होता है कि ब्रह्य, दैव, आर्ष, प्राजापत्य, आसुर गार्न्ध्व, राक्षस व पैशाचिक, आठ प्रकार के विवाह कहे गये है। ब्रह्मण के लिए ६ प्रकार के, ब्रह्म, देव आर्ष प्रजापत्य, गर्न्ध्व व आसुर विवाह र्ध्मानुकूल कहे गये है।, क्षत्राीय के लिए देव आर्षप्राजापत्य व आसुर चार प्रकार के विवाह धर्मानुकूल कहे गये। वैश्य व शुद्र के लिए राक्षस व पैशाच विवाह को छोड कर आर्ष प्राजापत्य व आसुर तीन प्रकार के विवाह धर्मानुकूल कहे गये है। राक्षस व पैशाचिक विवाह कोअत्यन्त नीच तुछ पाप से युक्त कहा गया है। श्रेष्ठ शील स्वभाव युक्त वर को बुलाकर उसे अलंकृत व पूजित कर केवल कन्यदान करना ब्रह्म विवाह है। यज्ञ में विध्पिूर्वक कर्म करते हुऐ)त्विज को अलंकृत कर कन्यादान को दैव विवाह कहा गया है। र्ध्मार्थ एक या दो जोडी गाय या बैल वर से लेकर विध्वित कन्यादान को आर्ष विवाह कहते है। तुम दोनो एक साथ रहते हुए गृहधर्म का पालन करों, यह कहते हुए पूजन करके जो कन्यादान किया जाता है वह प्राजापत्य विवाह कहलाता है। अपने सामार्थ्य अनुसार कन्या के पिता और कन्या को ध्न देकर स्वेछन्दता पूर्वक कन्या ग्रहण करना आसुर विवाह कहलाता है। विघन बाध उत्पन्न करने वालों को मारकर अथवा घायल कर घर के दरवाजे आदि को तोड कर रुदन करती (रोती) हुई कन्या को उसके घर से बल पूर्वक हरण (छीन)कर लेजाने का नाम राक्षस विवाहहै। किसी निर्बल अहसाय मंबुद्धि पागल स्त्री के साथ संभोग (बलात्कार) करना पैशाचिक विवाह कहलाता है। (मनुस्मृति अध्याय ३ श्लोक २१ से ३४ तक) जो पति पत्नी या संबन्धी वर्ग अज्ञान वश स्त्री ध्न (दहेज) से अपना जीवन यापन करते हैं, उसके आभूषण वस्त्रा और वाहन कोबेच कर गुजर करते हैं वे पातकी नरक गामी होते हैं। (मनुस्मृतिअध्याय ३ श्लोक ५२) जिन कन्याओं को विवाह में वर पक्ष द्वारा दिया हुआ वस्त्रा, आभूषण पिता भ्राता आदि नही लेते वरन कन्या ही को देते हैं वह विक्रय नही हुआ, वह कुमारियों का पूजन है। (मनुस्मृति अध्याय ३ श्लोक ५४)विशेष कल्याण कामना युक्त माता पिता भाई पति और देवरों को उचित है कि कन्या, स्त्री का सत्कार करें, और वस्त्रा अलंकार आदि से भूषित (सजायें) करें जिन कुल में स्त्रिायां सम्मानित होती हैं। उस कुल से देवगण प्रस्नन होते हैं। और जहां स्त्रिायों का तिरस्कार होता है वहां सभी क्रियाएं (यज्ञआदिक कर्म) निष्पफल होते हैं। (मनुस्मृति अध्याय ३ श्लोक ५५, ५६) जिस कुल में बहु, बेटियां कलेश पाती हैं वह कुल शीघ्र नष्ट होजाता हैं किन्तु जहां इन्हे किसी प्रकार का दुख नही होता वह कुल सर्वदा वृद्धि को प्राप्त होता है। (मनुस्मृति अध्याय ३ श्लोक ५७) उपरोक्त श्लोकों का अवलोकन करने से पताचलता है कि कन्या के लिए वर पक्ष की और से ही सभी प्रकार कासाजोसामान का प्रबन्ध् किया जाता है कन्या पक्ष से दहेज नही लिया जाता। तथा कन्या या स्त्राी पर किसी प्रकार का जुल्म करना उचित नही है जो कि एक बहुत बड़ा पाप है। अलंकृत व पूजित कर केवल कन्यदान करना ब्रह्म विवाह है। यज्ञ में विध्पिूर्वक कर्म करते हुऐ )त्विज को अलंकृत कर कन्यादान को दैव विवाह कहा गया है। र्ध्मार्थ एक या दो जोडी गाय या बैल वर से लेकर विध्वित कन्यादान को आर्ष विवाह कहते है। तुम दोनो एक साथ रहते हुए गृहधर्म का पालन करों, यह कहते हुए पूजन करके जो कन्यादान किया जाता हैवह प्राजापत्य विवाह कहलाता है। अपने सामार्थ्य अनुसार कन्या के पिता और कन्या को ध्न देकर स्वेछन्दता पूर्वक कन्याग्रहण करना आसुर विवाह कहलाता है। विघन बाध उत्पन्न करने वालों को मारकर अथवा घायल कर घर के दरवाज े आदि को तोड कर रुदन करती (रोती) हुई कन्या को उसके घर से बल पूर्वक हरण (छीन)कर लेजाने का नाम राक्षस विवाहहै। किसी निर्बल अहसाय मंदबुद्धि या पागल स्त्री के साथ संभोग (बलात्कार) करना पैशाचिक विवाह कहलाता है। (मनुस्मृति अध्याय ३ श्लोक २१ से ३४ तक) जो पति पत्नी या संबन्धी वर्ग अज्ञान वश स्त्री धन (दहेज) से अपना जीवन यापन करते हैं, उसके आभूषण वस्त्रा और वाहन को बेच कर गुजर करते हैं वे पातकी नरक गामी होते हैं। (मनुस्मृति अध्याय ३ श्लोक ५२) जिन कन्याओं को विवाह में वर पक्ष द्वारा दिया हुआ वस्त्रा, आभूषण पिता भ्राता आदि नही लेते वरन कन्या ही को देते हैं वह विक्रय नही हुआ, वह कुमारियों का पूजन है। (मनुस्मृति अध्याय ३ श्लोक ५४)विशेष कल्याण कामना युक्त माता पिता भाई पति और देवरों को उचित है कि कन्या, स्त्री का सत्कार करें, और वस्त्रा अलंकार आदि से भूषित (सजायें) करें जिन कुल में स्त्रिायां सम्मानित होती हैं। उस कुल से देवगण प्रस्नन होते हैं। और जहां स्त्रिायों का तिरस्कार होता है वहां सभी क्रियाएं (यज्ञआदिक कर्म) निष्पफल होते हैं।

लेखक---मेराजुद्दीन

नोट,  इस वेबसाइट से जुड़कर समाज सेवा करने हेतु आप इसके एडिटर (मोहम्मद ज़ाहिद) से संपर्क कर सकते है।
मोबाइल नंबर--9528183002

अशफाक अली खां सपा विधायक ने किया ईद मिलन समारोह का आयोजन।

नौगावां सादात संवाददाता (अमरोहा)। ईद मिलन समारोह में श्री अशफाक अली खां ने अपने विचार व्यक्त करते हुऐ कहा कि ईद भाईचारे का त्यौहार है, इसमे हिन्दु मस्लिम एक साथ आकर खुशिया मनायेनौगावां सादात विधायक अशफाक अली खां के रजाकपुर स्थिति कार्यलाय में आज हुऐ ईद मिलन समारोह में क्षेत्र के भारी तादात में लोगो ने हिस्सा लिया तथा जलपान कर एक दूसरे को गले मिलकर ईद की मुबारकबाद दी।  इस दौरान विधायक अशफाक अली खां ने कहा कि ऐसे प्रोग्रामो से क्षेत्र में सम्प्रदाइक सोहर्दबनता है तथा सम्प्रदाइक शक्तियों का मुहँ बंद होता है। विधायक ने कहा कि सपा सरकार ने हमेशा सर्वसमाज के विकास की राजनीति की है तथा आगे भी करते रहेगें। प्रदेश में साम्प्रदाईक शक्तियों को नही पनपने देगें। मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने विकास की वो गंगा बहाई है जिससेे विरोधियो के पास कोई मुद्दा ही नही रहा। तथा वो भोली भाली जनता को आपस में लड़ाकर अपनी राजनीतिक रोटियां सेक रहे है। अब जनता उनकी साजिश को समझ चुकी तथा अब की बार  2017 कंे चुनाव में उनको मुह तोड़ जवाब देगी। सपा सरकार की जन कल्याण योजना जैसे लेपटाॅप योजना, समाजवादी पेशन योजना, तथा 108 ऐम्बुलेंस जैसा बेसकीमती हीरे देकर जनता के जीवन को सुलभ बनाया है, तथा सपा ने जो भी अपने चुनावी घोषणा पत्र में जनता से वादे किये थे सभी पूरे किये है। बसपा पर निशाना साधते हुऐ अशफाक अली खांने कहा कि बहन मायावती दलितो को अम्बेडकर के नाम पर ठग कर खुद माया की बैटी बन बैठी है।इस मौके पर दर्जा राज्यमंत्री मनवीर चिकार ने कहा कि अशफाक अली खां व मौ0 आज़म खां हिन्दु मस्लिम एकता की एक जीती जागती मिसाल है।  ईद मिलन समारोह मंे विधायक की तरफ से रागनी का भी आयोजन किया गया था। जिसका जनता ने पूरा दिन आनंद लिया। समारोह में देर से पहुचे अमन प्रभात के प्रधान सम्पादक इन्तेख़ाब अली सैफी को विधायक अशफाक अली खां तथा दर्जा राज्य मंत्री मनवीर चिकारा ने देखते ही गले लगा लिया तथा अपने हाथो से शीर भी खिलाई।  सम्पादक इन्तेख़ाब अली सैफी ने भी दोनो को गुल्दस्ता भेटकर ईद की बधाई दी। इस अवसर पर नवन्यूक्त विधान सभाअध्यक्ष रवि यादव, अनुज यादव, हाजी महर इलाही, अन्सार अहमद, जावेद सैफी, जुल्फुकार अहमद, शमीम अहमद तुर्क, इस्लामुद्दीन, हाजी अनीस, फुरकान अहमद, मुस्तफाहसन सैफी, अकबर सैफी, ने भी शिर्कत की।

नौगावां सादात की खूबसूरती में चार चाँद लगा रहा (PANJATANI GATE)

हाल ही में हुए इक शादी समारोह में उत्तर परदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव जी ने शिरकत की तथा इसमें बहुत बड़े बड़े नेता भी उनके इर्द गिर्द घूमते नज़र आये,उन्ही की पार्टी के सबसे कद्दावर नेता आज़म खान ने भी नोउगावं सादात में शिरकत की,तथा जे पी नगर के सबसे सफल नेता मेहबूब अली भी इस समारोह से अछूते नहीं रह पाये और यहाँ पर आये।ये शादी समारोह में आना आपको कुछ अटपटा लग रहा होगा पर शादी समारोह से ज़्यादा था PANJATANI gate का उतघातन् करना तथा नोगावां सादात को तहसील घोषित करना,नोगावां सादात को तहसील बनाने के मामले पर तो अखिलेश जी ने चुप्पी साध ली पर वो panjatani जैसे विशाल gate का उतघातां करना नहीं भूले,इसमे लगभग 80 लाख रुपए खर्च किये गए है।और इसकी ख़ूबसूरती इंडिया गेट,गेटवे ऑफ़ इंडिया,चार मीनार से की जा रही है।जो की इसको देखकर आप भी बोलेंगे हा ये है बहुत सुन्दर।


लेखक---- मोहम्मद ज़ाहिद

अमरोहा:नोगावां सादात को बनाया गया तहसील,पारित हुआ बिल:

6 सालो के लंबे अंतराल के बाद नई बस्ती नोगावां सादात को सपा सरकार ने तहसील घोसित कर दिया है,इस पर काफी बार विवाद भी हुआ अमरोहा के वरिस्ट वकीलो ने कई बार इसका विरोध किया धरना प्रदर्शन किया,उसके बावजूद नै बस्ती नोगावां सादात को तहसील बनाकर साडी अटकलों पर विराम लगा दिया गया।जब हमने नोगावां के लोगो से पूछा के तहसील बन्ने के बाद आपके क्या विचार है तो उनकी ख़ुशी देखने लायक बनती थी और सब इक जुट होकर बुलंद आवाज़ में अपनी पार्टी के नारे लगाने लगे,सपा ज़िंदाबाद से गूंज गया पूरा नोगावां सादात,अब इसे 2017 में आने वाले एलेक्शन का दाव कहिये या फिर सपा की लोगो के प्रति प्यार और स्नेह पर इतना पक्का है के सपा को इस सीट से निराश नहीं होना पड़ेगा।

लेखक-----मोहम्मद ज़ाहिद

अमरोहा:नोगावां विधानसभा सचिव की कमान काबिल हाथो में।

नई बस्ती नोगावां सादात में विधानसभा सचिव की कमान इस बार नव युवा प्रतियाशि मोहम्मद शादाब को सौपी गयी है।सपा ने युवा प्रतियासियो की इक लंबी लिस्ट तैयार की थी जिसमे सबसे काबिल समाज सेवी शादाब को इस पद के लिए चुना गया।अब देखना ये होगा के युवा समुदाय क्या अपने इस पद की गरिमा बरक़रार रखने के लिए इसपर खरे उतारते है के नहीं।नई सोच और नए दौर के युवा प्रतियाशि शादाब को सब तरफ से शुबकामनाएं आ रही है वो इस पद को पाकर काफी सहेज़ महसूस कर रहे है।लगता है इस बार फिर से सपा ने उत्तर परदेश में अपने पाव जमा लिए है

लेखक-----मोहम्मद ज़ाहिद

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