नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेद्र मोदी द्वारा दिए गए गौरक्षक के खिलाफ बयान पर शंकराचार्य स्वामी नरेंद्रांनद सरस्वति ने कटाक्ष करते हुए पीएम के बयान की कड़ी शब्दो मे निंदा की। ज्ञात रहे कि मोदी की इस बयान पर अखिल हिंदू महासभा ने भी उनका विरोध किया था। जिसमे उन्होने कहा था कि यदि कोई एक गौरक्षक पकड़ा गया तो वह उसका विरोध करेंगे। अब काशी सुमेरू पीठ के शंकराचार्य ने भी मोदी के बयान की निंदा की है।
हिन्दखबर की रिपोर्ट के अनुसार शंकाराचार्य स्वामी नरेंद्रांनद सरस्वति ने मोदी के बयान पर प्रहार करते हुए कहा कि मोदी ने जो बयान दिया है कि गौरक्षक का चोला पहन कर फर्जी लोग घूमते है और उनके खिलाफ राज्य सरकारो से कार्रवाई करने को कहा है तो इस से ऐसा लगता है कि वह गौरक्षक को गिरफ्तार कराके गौहत्यायो मे वृद्धि कराना चाहते है। जब राज्य सरकारे गोरक्षको को गिरफ्तार करेगी तो गौहत्या करने वालो का उससे उत्साह बढ़ेगा जिसका परिणाम होगा गौहत्याओ मे वृद्धि।
जैसा कि आजम खान ने भी पहले कहा था कि बीफ पर बैन लगाने वाले पांच सितारा होटलो मे बीफ पर प्रतिबंध क्यो नही लगाते। इसी प्रकार शंकराचार्य ने भी पीएम को संबोधित करते हुए कहा कि क्या पीएम नही देख सकते कि दिल्ली के पांच सितारा होटलो मे बीफ बिक रहा है?
उन्होने कहा कि सबसे अधिक इस विषय पर वीएचपी, गौ संवर्धन परिषद् और आरएसएस बाते करते है, तो क्या यह तीनो दल ही यह दुकाने चलाते रहे है? पीएम कहते है कि गौरक्षा के नाम पर चल रही दुकानो को बंद किया जाना चाहिए।इस बयान से गौरक्ष के अपमान साथ-साथ (जो कि गौवमाता की रक्षा के लिए अपनी जीवन का बलिदान तक करने के लिए तैयार है) गौहत्या मे इजाफा होगा और गौहत्यारो को आर्थिक लाभ पहुंचेगा। इससे यह निष्कर्ष निकाला जा सकता है कि अब बीजेपी मुस्लिम वोट अपने पक्ष मे करने की तैयारी कर रही है ।
उधर मोदी के इस बयान से वीएचपी भी नाराज है। उत्तर प्रदेश आगरा की विश्व हिंदू परिषद की युनिट के उपाध्यक्ष सुनील पराशर ने कहा मोदी ने ऐसा बयान देकर गौरक्षकों का अपमान किया है। ऐसा प्रतीत होता है कि अब प्रधानमंत्री मोदी का दिल बदल गया है। लेकिन मैं अब भी यही कहूंगा कि पूरे देश में गौ हत्या पर पाबंदी लगाई जानी चाहिए। मोदी को अगले लोकसभा चुनाव में इसकी कीमत चुकानी ही होगी।’
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