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Sunday, 4 September 2016

“मैं मन की बात बहुत मन लगा के सुनता हु,राहत इन्दोरी ने मोदी पर कसे तंज।

ज़मीर बोलता है ऐतबार बोलता है
मेरी ज़ुबान से परवरदिगार बोलता है
मैं मन की बात बहुत मन लगा के सुनता हूँ
ये तू नहीं है तेरा इश्तेहार बोलता है
कुछ और काम उसे याद ही नही शायद
मगर वो झूठ बहुत शानदार बोलता है
तेरी ज़ुबान कतरना बहुत ज़रूरी है
तुझे ये मर्ज़ है तू बार बार बोलता है

राहत इन्दौरी की ग़ज़ल तंज कश्ती हुई मोदी पर।

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