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Sunday, 7 August 2016

नमाज भी है योग, जो अंधा होने का ढोंग करें, उसका कोई इलाज नहीं : आदित्यनाथ

गोरखपुर। योगी आदित्यनाथ ने उप राष्ट्रपति हामिद अंसारी की पत्नी सलमा अंसारी के योग पर दिए बयान को सही ठहराते हुए कहा कि उनका बयान स्वागत योग्य है। योगी ने कहा कि योग और 'ओम' को विवादित बनाना वास्तविकता को न समझने को ही प्रदर्शित करता है, कुछ लोग इसे अनावश्यक साम्प्रदायिक मसला बनाने काप्रयास कर रहे हैं।आदित्यनाथ ने कहा कि उन्होंने बहुत अच्छी बात कही है। ओम-ओमकार इस सृष्टी की प्रथम धूनी है। तीन अक्षरों से मिलकर 'अ', 'ऊ' और 'म' से बना है। इसमें हमारे शरीर में स्थित चक्रों और अन्तःश्रावी ग्रन्थियों पर प्रभाव पड़ता है। इससे जुड़ी हुई विज्ञान की प्रदत्ती है। ईनाडु की रिपोर्ट के अनुसार  योगी ने सलमा अंसारी के बयान का जिक्र करते हुए कहा कि उन्होंने ठीक कहा कि नमाज जो पढ़ते हैं, नमाज की जो पांच क्रियाएं हैं, वह अपने आप में योग ही हैं, लेकिन समस्या यह है कि जो लोग समझे तो बात कही जाये, जो ना समझ है वो समझने का प्रयास नहीं करना चाहते हैं। योगी ने कहा कि आप रास्ता उनको दिखा सकते हैं जो सचमुच अंधा हो। जो अंधा होने का ढोंग करें, उसका कोई इलाज नहीं है। बता दें कि पिछले साल से 21 जून अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के रूप में मनाया जा रहा है। वहीं, बजरंग दल द्वारा कार्यकर्ताओं को हथियारों का प्रशिक्षण दिये जाने के सवाल पर योगी ने कहा कि, इसमें क्या बुराई है। मैं कहता हूं कि इस देश के प्रत्येक नागरिक को सैन्य ट्रेनिंग देनी चाहिए, जिससे वह हर विपरीत परिस्थितियों में समाज और राष्ट्र के लिए काम कर सके।

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