नई दिल्ली। भारत प्रशासित जम्मू-कश्मीर में बीती जुलाई में मुठभेड़ में मारे गए संदिग्ध चरमपंथी बुरहान वानी के माता-पिता का कहना है कि उन्हें अपने बेटे के मरने का गम नहीं है। सुरक्षा बलों का कहना है कि बुरहान वानी चरमपंथी संगठन हिज्बुल मुजाहिद्दीन का स्थानीय कमांडर था और उन्हें उसकीकाफी समय से तलाश थी।सुरक्षा बलों के साथ एनकाउंटर में बुरहान वानी की मौत के बाद वहां हालात तनावपूर्ण बने हुए हैं और एक महीने से ज्यादा समय से हिंसक प्रदर्शनों का सिलसिला थमा नहीं है। बुधवार को घाटी में कई जगहोंपर कर्फ्यू के 40 दिन पूरे हो रहे हैं। हिंसा में लगभग 60 लोगों की जान जा चुकी है और सौ से ज्यादा लोग पैलेट लगने से घायल हुए हैं और कई लोगों की आंखों की रोशनी चली गई है। प्रदर्शनों में स्थानीय लोगों के साथ साथ कई सुरक्षाकर्मी भी घायल हुए हैं।बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार बुरहान की मां महिमुना वानी और पिता मुजफ्फर वानी कहते हैं, 'हमेंअपने बेटे के शहीद होने की खुशी है।' बीबीसी से बातचीत में महिमुना ने कहा, "बेटे के मरने का दुख तो है। लेकिन सबसे बड़ी बात ये है कि कश्मीर पर जुल्म हो रहा है और मेरे बेटे ने कश्मीर की आजादी के लिए कदम उठाया। वो बहुत हैंडसम लड़का था। बहुत ही शरीफ और नरम दिल। मारधाड़ में उसका यकीन ही नहीं था।"
No comments:
Post a Comment